हिन्दी के बढ़ते हुए प्रचार को ध्यान में रखते हुए, परिचारिकाओं (नर्सों) एवं प्रत्येक व्यक्ति को ‘प्राथमिक सहायता’ का ज्ञान होना अति आवश्यक है, इसलिए हिन्दी में ‘प्राथमिक सहायता’ पुस्तक का सम्पादन किया। यह पुस्तक निरंतर एक सामान्य बुद्धि वाले व्यक्ति को प्राथमिक उपचार प्रदान करने हेतु एक व्यापक तथा मूलभूत सिद्धांतों पर रोशनी डालते हुए पर्याप्त ज्ञान उपलब्ध कराएगी।
प्रस्तुत पुस्तक में 17 अध्याय हैं। इसकी भाषा सरल और आसानी से समझ में आने वाली है। इसमें हिन्दी के तकनीकी शब्दों के आगे ब्रैकट में अंग्रेजी में समानार्थक शब्द लिखकर हर बात को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया गया है। विषय सामग्री को समझाने के लिए पर्याप्त संख्या में चित्र दिए गए है।
परिचारिकाओं (नर्सों) एवं एक सामान्य बुद्धि वाले व्यक्ति को ‘प्राथमिक उपचार’ प्रदान करने हेतु यह पुस्तक अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी।